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Latest News:
कश्मीर तो होगा, लेकिन पाकिस्तान नहीं होगा 6 Nov 2011 | 12:16 am
फेमस होने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते? तथाकथित राजनेताओं पर वोट बटोरने का ऐसा बुखार चढ़ जाता है कि उन्हें सारी हदें पार करने से भी कोई गुरेज नहीं होता. परिणामतः वो हल्की राजनीति करने पर उतर आते हैं...
चंबल के बीहड़ों में गूंजने दो बेटी की किलकारी 6 Nov 2011 | 12:02 am
मैं मध्यप्रदेश के ऐसे इलाके से ताल्लुकात रखता हूं, जो कई बातों के लिए सुविख्यात है और कुख्यात भी है। ग्वालियर का किला और यहां जन्मा ध्रुपद गायन ग्वालियर-चंबल संभाग को विश्वस्तरीय पहचान दिलाता है। वहीं...
...कहीं तेलगी वाला हाल न हो जाए हसन अली का 3 Nov 2011 | 12:58 am
क्या हसन अली बीमार है? या फिर बीमारी का बहाना कर रहा है। उसके वकील की मानें तो उसे लकवा (पक्षाघात) मार दिया है। पर जेल प्रशासन इसे अफवाह बताकर खारिज कर रहा है। सच्चाई क्या है यह तो सही जांच से ही पता ...
हिन्दू ने ललद्यद तो मुस्लिमों ने लाल अरीफा में खोजी आस्था 1 Nov 2011 | 12:22 am
: शाहन के शाह : सूफी संतों ने दिलायी मिटती पहचान एक महामनीषी को : वह पगली-सी महिला तो अपने में मस्त थी। लेकिन कुछ शरारती बच्चों ने उसे छेड़ना शुरू कर दिया। पगली ने कोई प्रतिकार नहीं किया। यह देखकर ब...
मीडिया संस्थानों को पत्रकार नहीं लेबर चाहिए 22 Oct 2011 | 07:19 pm
हाल ही में अमर उजाला ने ट्रेनी पत्रकारों की भर्ती हेतु एक विज्ञापन प्रकाशित किया, जिसमें उसने 23 साल तक के ऐसे नवयुवकों और युवतियों से आवेदन मांगे हैं, जो किसी भी विषय से केवल स्नातक हों और पत्रकारित...
विकास का कहर : शादी के लिए बिलखते गांव 22 Oct 2011 | 06:48 pm
भप्तियाही चैंतीस दस का इलाका। हालाकि यह कोई आबादी वाली जगह नहीं है। कोसी नदी के पूर्वी तट पर बसे 30 झोपड़ी में कोई 100 से ज्यादा परिवारों का रहबास है यहां। एक एक झोपड़ी में चार-चार परिवारों की गुंजाइश...
बांसगांव की मुनमुन (चौदह) 22 Oct 2011 | 02:46 am
: दयानंद पांडेय का उपन्यास : और यह देखिए सुबह का सूरज सचमुच मुनमुन के लिए खुशियों की कई किरन ले कर उगा। अख़बार में ख़बर छपी थी कि सभी शिक्षा मित्रों को ट्रेनिंग दे कर नियमित किया जाएगा। दोपहर तक डाकि...
नेता, जेल और अस्पताल का खेल 20 Oct 2011 | 06:56 pm
: गोनू झा कहिन (तीन) : विगत एक हफ्ते से गोनू झा ने गाँव के चौपाल में आ कर बैठना शुरू कर दिया क्यों कि वहां पर उनको सारे पुराने पंच, उनके समर्थक और एक दो मसखरे भी बैठे मिल जाते हैं और फिर कुछ न कुछ बात...
दुर्दांत कवि जुगाड़ूराम जी सदैव जयते 19 Oct 2011 | 02:36 am
हमारे शहर के जुगाडू़ रामजी जन्मजात जुगाड़ू हैं। इस कदर पैदाइशी जुगाड़ू कि मां-बाप के परिवार नियोजन के तमाम संयुक्त प्रयासों को सिंगट्टा दिखाते हुए जुगाड़ू रामजी ने अपने पैदा होने का जुगाड़ लगा ही डाला...
बढ़ा बाबाओं का क्रेज, प्रवचन सुनना हुआ फैशन 18 Oct 2011 | 12:34 am
आज कल सुबह-सुबह आँख खोलो और अगर सोच लो की भगवान का दर्शन कर लें तो वो बड़ा मुश्किल है. आजकल तो भगवान से ज्यादा ऊँचा दर्ज़ा आज कल के टीवी वाले बाबा लोगों को मिल गया है. आज कल चैनलों पर बाबा का प्रवचन एक...