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Latest News:

दुश्मन 3 Nov 2012 | 04:30 am

दुश्मन खदेरन ने अपने बेटे भगावन से कहा, “देख भगावन! बड़े-बुजुर्ग कह गए हैं, और यह सौ-फ़ीसदी सही है कि कभी किसी का दुश्मन नहीं बनना चाहिए।” भगावन ने पिता की बात ध्यान से सुनी और बोला, “पर पापा मेरी त...

खदेरन की मुश्किल 10 Jul 2012 | 11:13 am

सौभाग्य से खदेरन को मुम्बई जाने का मौक़ा मिला। अपने एक दूर के रिश्तेदार के यहां जाने के लिए उसने स्टेशन के सामने से डबल डेकर बस पकड़ा। बस में चढ़ते ही कंडक्टर ने उसे ऊपर भेज दिया। थोड़ी ही देर में खदेरन ...

बीमारी 8 Jul 2012 | 08:30 am

मरीज़ हक़ीम से : मुझे अजीब सी बीमारी हो गए है। जब मेरी बीवी बोलती है, तो मुझे कुछ सुनाई नही देता।” हक़ीम मरीज़ से : यह बीमारी नहीं है, यह तो तुम पर अल्लाह की रहमत है।

फाटक बाबू के ज्ञान की कक्षा में खदेरन 7 Jul 2012 | 08:30 am

खदेरन को सब बेवकूफ़ समझने लगे तो उसने अपई व्यथा फाटक बाबू कि सुनाई और उनसे बोला,“फाटक बाबू लोग मुझे बेवकूफ़ कहते हैं। मुझे मेरा सामान्य ज्ञान बढ़ाना है। आप तो बहुते तेज़ हैं, हमको मदद कीजिए।” फाटक बाबू न...

शिक्षक और भगावन 6 Jul 2012 | 04:28 pm

शिक्षक भगावन से : दो में से दो गए तो कितना बचा? भगावन : सर मैं समझा नहीं। शिक्षक : इस तरह समझो कि तुम्हें खाना दिया गया है जिसमें दो रोटी है। वो रोटी  तुमने खा ली तो तुम्हारे पास क्या बचा? भगावन : ...

भिखारी और सेठ 5 Jul 2012 | 01:24 pm

भिखारी : सेठ पांच रुपया दोना, बहुत भूख लगी है। भगवान तेरा भला करेगा। सेठ : मेरे पास सौ रुपए का नोट है। तेरे पास छुट्टा, पच्चानवे रुपए हैं क्या? भिखारी : हां, हैं। सेठ : तो पहले वो तो ख़र्चा कर!!

सिवाए तारीफ़ के … 4 Jul 2012 | 01:49 pm

अख़बार पढ़ते खदेरन की नज़र एक समाचार पर टिक कर रह गई। इस विशेष और शोधपूर्ण अलेख को अपनी श्रीमती से शेयर करने से वह अपने-आपको रोक नहीं पाया। ज़ोर से बोला, “फुलमतिया जी, कितनी ख़ुशी की बात है, आपको भी मालूम...

बाबा के दरबार में 3 Jul 2012 | 08:30 am

खदेरन को बाबा की कृपा चाहिए थी। वह उनके दरबार में पहुंचा। उनके चरणों पर उसने अपनी जन्म-कुंडली धर दी। बाबा ने बोलना शुरू कर दिया, “तेरा नाम खदेरन है?” “जी।” “तेरी पत्नी का नाम फुलमतिया जी है?” “जी...

प्यास लगी है 2 Jul 2012 | 11:32 am

एक दिन दोपहर के वक़्त गरमी से परेशान खदेरन घर में घुसा। प्यास से उसका बुरा हाल था। उसने फुलमतिया जी से कहा, “ज़रा एक गिलास पानी दीजिए।” फुलमतिया जी ने पूछा, “प्यास लगी है?” खदेरन ने जवाब दिया, “नहीं। ...

पैसे निकाल 6 Jun 2012 | 10:35 am

चोर चाकू दिखाते हुए यात्री से, “अबे, तेरे पैसे निकाल।” आदमी, “अबे तू जानता है मैं कौन हूं?” “कौन?” “मैं नेता हूं।” चोर, “अच्छा! तो फिर मेरे पैसे निकाल …!”

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