Blogspot - kavyana.blogspot.in - कविता

Latest News:

अकेले चले थे..... 12 Aug 2013 | 10:19 pm

अकेले चले थे , तन्हां सफ़र था मुसाफिर मिले जो... राहें जुदा थी लम्बी सी सड़कें और दिन पिघले-पिघले तन्हाई के जाने ये आलम कौन सी ? पेड़ों के  कतारों की बीच की पगडण्डी कब से न जाने खड़ी है अकेली ...

मधुर तेरी बंसी 1 Aug 2013 | 08:42 am

मधुर तेरा अंदाज़ मनहर सुर और नटवर साज़ भागे क्यों मन सुन आवाज़ सुरताल का तू सरताज मनभाया तेरा अंदाज़  !! मधुर तेरी मुस्कान विरहा ये मन पाए सुकून सुन मधुर बंसी की धुन किस बगिया से लाया चुन मन ...

उत्तराखंड की त्रासदी पर 24 Jul 2013 | 08:27 pm

बादलों की गर्जना से घटाएं उमड़-घुमड़ गयी, चमन से सेहरे बने धरा को देखती रही  !! फुहार जब कहर बना जीवन लीलता गया , चंद पलों में हज़ार साँसें सिसकियों में बदल गया  !! कहर बन ...

केवल मेरे लिए...... 16 Jul 2013 | 09:00 pm

उन आँखों की कशिश को महसूस किया था मैंने नर्म प्यार का अहसास था मुझे जो गीत गुगुनाया था तुमने वो बोल भी भुलाया न गया मुझसे आसमान से जो बूंदे गिरी थी वो मुझे छूकर यही कह रही थी चलो भीगते हुए उन लम...

आज भारत है लज्जित..... 24 May 2013 | 12:02 pm

महान कविगुरु रविन्द्र नाथ ठाकुर द्वारा रचित ये  कविता कितना  सटीक प्रतीत होता  है .......... आज भारत  है लज्जित हीनता से सुसज्जित न  वो पौरुष न विचार न वो तप न सदाचार अंतर -बाह्य ,धर्मं -कर्म स...

आज भारत है लज्जित..... 24 May 2013 | 12:02 pm

महान कविगुरु रविन्द्र नाथ ठाकुर द्वारा रचित ये  कविता कितना  सटीक प्रतीत होता  है .......... आज भारत  है लज्जित हीनता से सुसज्जित न  वो पौरुष न विचार न वो तप न सदाचार अंतर -बाह्य ,धर्मं -कर्म सभी ब्र...

जीने को बहुत है 29 Mar 2013 | 04:52 pm

नज़र के नजराने से न फेर यूं नज़र नज़र के नज़राने के नज़रदार बहुत है उमंग-ए-दिल पर सैलाब-ए-आंसू मत फेर दिल के दरख्तों में बज़्म-ए-ग़म बहुत है दर्द-ए-दिल को नज़्म में बयाँ ग़र करूँ नज़्म में समाने ...

जीने को बहुत है 29 Mar 2013 | 04:52 pm

नज़र के नजराने से न फेर यूं नज़र नज़र के नज़राने के नज़रदार बहुत है उमंग-ए-दिल पर सैलाब-ए-आंसू मत फेर दिल के दरख्तों में बज़्म-ए-ग़म बहुत है दर्द-ए-दिल को नज़्म में बयाँ ग़र करूँ नज़्म में समाने ...

आओ होली खेले आओ 26 Mar 2013 | 09:03 pm

होली की ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ ...... फागुन में ये मन नृत्य करे रंगों के संग मन रास करे राधा और श्याम के संग-संग सबके जीवन में रंग भरे  ॥ पिचकारी-गुजिया-रंग-अबीर एक दूजे से प्यार करे जाहिर ...

आओ होली खेले आओ 26 Mar 2013 | 09:03 pm

होली की ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ ...... फागुन में ये मन नृत्य करे रंगों के संग मन रास करे राधा और श्याम के संग-संग सबके जीवन में रंग भरे  ॥ पिचकारी-गुजिया-रंग-अबीर एक दूजे से प्यार करे जाहिर मिलकर...

Recently parsed news:

Recent searches: