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सपने कहीं सो गए........... 11 Mar 2012 | 05:16 am
आज कल ना जाने क्यों वोह सपने कहीं सो गए, वोही सपने जिनके आने पर आधी रात में आँख खुलती थी, तोह माँ सर पर हाथ फेर कर पूछती थी, की बेटा क्या हुआ कोई बुरा सपना देखा मेरे बच्चे ने। शायद वोह भी अब मेरी तरह ...
ज़िम्मेदारी..................... 7 Feb 2012 | 07:50 am
आज सोचा की पंख लगाऊँ और उडूं, छू कर आऊँ चाँद को और जीत लूं आसमान को। फिर याद आया की अगर अभी निकल जाऊँगा, तोह बॉस ने कल ३ बजे की मीटिंग रखी है क्या तब तक लौट पाउँगा।। तोह विचार बदला की आज पुराने .....
शादी के साथी................. 11 Dec 2011 | 12:00 pm
कल घर पर पहुँचते ही मम्मी का फरमान जारी हुआ की सब जल्दी से तैयार हो जाएँ एक घंटे में पार्टी के लिए निकलना है| मैंने पूछा किसी की शादी है क्या, तोह पता चला की किसी दूर के रिश्तेदार के यहाँ लड़के की शाद...
दिवाली की शुभकामनाए............. 31 Oct 2011 | 06:52 am
नमस्कार दोस्तों, आप सब से इतनो दिनों से दूर रहने के लिए क्षमा चाहता हूँ, बस तोह इस दिवाली कुछ ऐसा हुआ की मैं अपने अप को रोक नहीं सका और बस आ गया आप लोगों के समक्ष अपने विचार प्रकट करने.. २६-१०-२०१....
द गल्ली क्रिकेट भाग १ ............ 28 Jul 2011 | 08:46 pm
आज हमारे मोहल्ले में बच्चो की छुट्टी थी, और उस पर घने बादलों से ढका आसमान। एक सुहाना मौसम और उस पर छुट्टी, यह एक सुनहरा मौका था बाहर निकल कर कुछ खेलने कूदने का। वैसे तो आज कल माता पिता अपने बच्चों को ...
डॉक्टरों की दूकान................. 11 Jun 2011 | 11:52 pm
"रवि जल्दी नीचे आओ, शांति को चोट लग गयी है" माँ की नीचे वाली मंजिल से चिल्लाने की आवाज़ आते ही रवि ने आव देखा न ताव, नंगे पाँव ही निचे भागता हुआ पहुंचा | शुक्र है की थोडा संभल कर आया नहीं तोह फिर माँ...
मेरे घर के सामने.... 23 May 2011 | 09:53 pm
आज दादाजी सुबह की मोर्निंग वाक से जल्दी घर आ गए और बहुत ख़ुशी ख़ुशी सबको द्रविंग रूम में बुलाने को कहा | सब जल्दी जल्दी अपना काम बीच में छोड़ रूम में पहुंचे तोह दादाजी बोले की आज वाक पर उनको पड़ोस वाले...
हमको शर्म कुछ ज्यादा ही आती है!!!! 7 Apr 2011 | 05:12 am
रोज की तरह आज शाम की मेट्रो से पकड़ी जो की नॉएडा की तरफ जानी थी तोह द्वारका स्टेशन पर उतर कर आनंद विहार की मेट्रो का वेट कर रहा था की पास में एक छोटी बच्ची पर नज़र पड़ी. उसकी उम्र शायद १०-११ साल की रही ह...
दिल की आवाज़..... 1 Mar 2011 | 10:52 pm
हर शुक्रवार को ऑफिस जाते हुए जो चीज़ ज़हन में आती है वोह है शनिवार और इतवार की छुट्टी. लेकिन हर बार की तरह छुट्टियाँ आती हैं और पता नहीं कैसे जल्दी से बीत जाती हैं. लेकिन जब मैं मूढ़ के देखता था तोह पत...
खुशियों की चाबी.. 2 Feb 2011 | 09:20 pm
मैं कल मेट्रो में जा रहा था, वैसे तो ये रोज की बात है, लेकिन कल कुछ खास हुआ जो मै चाहता हूँ कि आप सब से बांटूं। तोह रोज कि तरह मैंने शाम की साडे पांच कि मेट्रो मे बैठा, जो कि द्वारका सेक्टर २१ से अनद ...